हमें जाँ से प्यारा हमारा वतन है
हमें जाँ से प्यारा हमारा वतन है,
इसी पे तो कुरबां मेरा जानों तन है।
लहू देके भारत को जिसने बचाया,
निछावर अब उन पे मेरा तन बदन है।
न आये कभी तुझपे कोई मुसीबत,
इसी के लिए सर पे बांधा कफन है।
यहाँ भाई भाई हैं हिन्दू मुसलमाँ,
सभी दुश्मनों को इसी की जलन है।
जो कुर्बान अब तक हुऐ हैं वतन पे,
उन सारे शहीदो को मेरा नमन है।
प्रिया सिंह , लखनऊ
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