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भगत सिंह
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“यदि बहरों को सुनाना है तो आवाज़ को बहुत जोरदार होना होगा”

“…व्यक्तियो को कुचल कर , वे विचारों को नहीं मार सकते।”

“निष्ठुर आलोचना और स्वतंत्र विचार ये क्रांतिकारी सोच के दो अहम् लक्षण हैं।”

“महान साम्राज्य ध्वंस हो जाते हैं पर विचार जिंदा रहते हैं।”

Tuesday, August 18, 2020

हमें जाँ से प्यारा हमारा वतन है ( प्रिया सिंह , लखनऊ )

 


हमें जाँ से प्यारा हमारा वतन है

हमें जाँ से प्यारा हमारा वतन है, 
इसी पे तो कुरबां मेरा जानों तन है। 

लहू देके भारत को जिसने बचाया, 
निछावर अब उन पे मेरा तन बदन है। 

न आये कभी तुझपे कोई मुसीबत, 
इसी के लिए सर पे बांधा कफन है। 

यहाँ भाई भाई हैं हिन्दू मुसलमाँ,
सभी दुश्मनों को इसी की जलन है। 

जो कुर्बान अब तक हुऐ हैं वतन पे, 
उन सारे शहीदो को मेरा नमन है। 


प्रिया सिंह , लखनऊ 

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