आपका हार्दिक स्वागत है !!

भगत सिंह
भगत सिंह
भगत सिंह
भगत सिंह

“यदि बहरों को सुनाना है तो आवाज़ को बहुत जोरदार होना होगा”

“…व्यक्तियो को कुचल कर , वे विचारों को नहीं मार सकते।”

“निष्ठुर आलोचना और स्वतंत्र विचार ये क्रांतिकारी सोच के दो अहम् लक्षण हैं।”

“महान साम्राज्य ध्वंस हो जाते हैं पर विचार जिंदा रहते हैं।”

Sunday, December 16, 2018

झारखंड : दिनेश्वर प्रसाद सिंह ' दिनेश ' को मिला " कविवर निर्मल मिलिन्द स्मृति सम्मान " ।


तुलसी भवन बिष्टुपुर में दिनेश्वर प्रसाद सिंह ' दिनेश ' को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करते डॉ. सी.भास्कर राव

16 दिसम्बर को झारखंड प्रदेश स्तर का प्रतिष्ठित कविवर निर्मल मिलिन्द स्मृति सम्मान दिनेश्वर प्रसाद सिंह  ' दिनेश '  को दिया गया । 



समारोह के मुख्य अतिथि थे प्रख्यात कथाकार डॉ. सी.भास्कर राव तथा अध्यक्षता की गीत नवगीत की सुख्यात कवयित्री डॉ.शान्ति सुमन ने ।विशिष्ट अतिथि के रूप में मंच पर विराजमान थे कविवर हरिबल्लभ सिंह आरसी, कविवर लक्ष्मी निधि ,सुख्यात गीतकार गंगा प्रसाद अरुण तथा कविवर अशोक शुभदर्शी ।सुप्रसिद्ध गीत कवयित्री उमा सिंह ने समारोह का सफल संचालन किया ।स्वागत भाषण चर्चित कवयित्री वीणा पाण्डेय भारती ने तथा धन्यवाद प्रख्यात गीत कवयित्री डॉ रागिनी भूषण ने दिया।

50 वर्षों की रही रचनाधर्मिता



दिनेश्वर प्रसाद सिंह ' दिनेश ' ने कहा कि मिलिंद के साथ 50 वर्षों की रचनाधर्मिता रही , बाबा नागार्जुन के कहने पर वे मुझ से मिलने जमशेदपुर आये थे , हम हमेशा के लिए दोस्त बन कर रह गये ।

No comments:

Post a Comment