आपका हार्दिक स्वागत है !!

भगत सिंह
भगत सिंह
भगत सिंह
भगत सिंह

“यदि बहरों को सुनाना है तो आवाज़ को बहुत जोरदार होना होगा”

“…व्यक्तियो को कुचल कर , वे विचारों को नहीं मार सकते।”

“निष्ठुर आलोचना और स्वतंत्र विचार ये क्रांतिकारी सोच के दो अहम् लक्षण हैं।”

“महान साम्राज्य ध्वंस हो जाते हैं पर विचार जिंदा रहते हैं।”

Monday, January 25, 2021

बलजीत सिंह बेनाम , ( हरियाणा ) : अज़ल से मुल्क़ पर हावी सियासत

ग़ज़ल

अज़ल से मुल्क़ पर हावी सियासत
छुपाए कब छुपी है ये हक़ीक़त

हमारे दिल में जब तक खौफ़ ज़िंदा
रहेगी हम पे ज़ालिम की हक़ूमत

उन्हीं का नाम अब तक सुर्ख़ियों में
वतन की करते हैं जो भी तिज़ारत

सुकूँ मैं बाँटता हूँ हर किसी को
जहां वालों मेरा मज़हब मोहब्बत

बग़ावत के ज़माने में है जीना
अगर तो छोड़नी होगी शराफ़त

बलजीत सिंह बेनाम , ज़िला हिसार ( हरियाणा )

1 comment:

  1. हमारे दिल में जब तक खौफ़ ज़िंदा
    रहेगी हम पे ज़ालिम की हक़ूमत...

    क्या बात है !.
    एकदम समय सापेक्षित !!

    ReplyDelete