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भगत सिंह
भगत सिंह
भगत सिंह
भगत सिंह

“यदि बहरों को सुनाना है तो आवाज़ को बहुत जोरदार होना होगा”

“…व्यक्तियो को कुचल कर , वे विचारों को नहीं मार सकते।”

“निष्ठुर आलोचना और स्वतंत्र विचार ये क्रांतिकारी सोच के दो अहम् लक्षण हैं।”

“महान साम्राज्य ध्वंस हो जाते हैं पर विचार जिंदा रहते हैं।”

Saturday, August 22, 2020

सूरज सिंह राजपूत



नाम : 
सूरज सिंह राजपूत

पिता का नाम : 
श्री बृमोहन सिंह

माता का नाम : 
श्रीमती मंजू देवी

जन्म तिथि : 
1 जनवरी 1994

जन्म स्थान : 
बलिया, उत्तर प्रदेश

मोबाइल नं. : 
6201034573

ईमेल आईडी : 

साहित्यिक विधा : 
गीत, ग़ज़ल, कहानी

भाषा : 
हिंदी, अंग्रेजी, भोजपुरी, ओडिया

शिक्षा : 
B.Tech ( Computer science and engineering )

रोजगार : 
Software Engineer
संपादक : राष्ट्र चेतना पत्रिका
मीडिया प्रभारी : अखिल भारतीय साहित्य परिषद्, जमशेदपुर


प्रमुख कविताएं :

  • नारी शक्ति
  • मैं आज भी हूं तेरा
  • ऐसा कुछ यारो कर्म करो
  • ग्राम की शाम
  • तु कल्पना विहीन
  • शुरुआत
  • ये कैसी आजादी
  • मधु कलंक
  • कलम की क्रांति
  • बूंद की लहर
  • पापा
  • मैं लिखता नहीं
  • मां तुझे जो याद करता हूं
  • वाह पंक्षी
  • गुड़िया
  • इस बरस की होली
  • हार प्रिया
  • मैं कान्हा हूं तेरा मईया
  • तुम निराश मत होना
  • लत दौलत की
  • इस्क शुरुआत तुमने की
  • मै गरीब क्या खाना खाऊं
  • मां तो तेरी याद आती है
  • देश आजाद है
  • कहानी बने
  • शीत के सत्र में
  • लड़की जो थी
  • निशानी दे जाऊंगा
  • तेरे इश्क़ में
  • इश्क़ में इस कदर
  • बैक का सिलसिला
  • तुम हमें जानती
  • बस थोड़ा गरीब हो गया हूं
  • तो अलग बात थी
  • मेरी परी
  • वो तुम्ही हो परी
  • माजरा इश्क का
  • दोस्ती दिल - लगी
  • मै मीनाक्षी
  • स्वयं की बंदना
  • ऐ पगली तेरी यादों ने
  • तु जो ठुकरा गई थी
  • था प्रीत हमारा सरल सहज
  • दुर्लभ परिवेश
  • वर दे मां
  • मैं अपनो से लड़ता तो लड़तार भी क्या
  • पुत्र हुए भयभीत जहां

प्रमुख कहानियां :

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