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भगत सिंह
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“यदि बहरों को सुनाना है तो आवाज़ को बहुत जोरदार होना होगा”

“…व्यक्तियो को कुचल कर , वे विचारों को नहीं मार सकते।”

“निष्ठुर आलोचना और स्वतंत्र विचार ये क्रांतिकारी सोच के दो अहम् लक्षण हैं।”

“महान साम्राज्य ध्वंस हो जाते हैं पर विचार जिंदा रहते हैं।”

Monday, January 25, 2021

यमुना तिवारी व्यथित , ( जमशेदपुर , झारखंड ) : पराक्रम दिवश पर


पराक्रम दिवश पर नेता जी को
करता हूँ  कोटि कोटि नमन,
देश हेतु अर्पित हो जाय
अपना भी सारा जीवन।

सबसे पहले देश है अपना 
नेता जी ने मार्ग दिखाया, 
स्वतंत्रता  के लिए उन्होंने 
जंग का बिगुल बजाया। 

आजादहिंद का बजा डंका
ब्रिटिश  सरकार गया दहल,
हो गया  भयभीत इतना
स्वतंत्रता  देने की, की पहल।

देश का दुर्भाग्य नेता जी नहीं  रहे
मौत पर छाए संशय के बादल,
किसी को भी विश्वास नहीं  है 
विमान हादसे में  हुए थे घायल। 

मोदी  जी ने शुरू  किया 
पराक्रम  दिवस कोलकता से,
जय श्रीराम के  नारे भी लगे
नहीं  हुआ  बरदास्त ममता से।

मंच छोड़ हो गई  विचलित 
चिड़ गई श्रीराम  के नाम से,
वोट बैंक  साधने की साजिश 
कट रही  अपने अवाम से।
 
यमुना तिवारी व्यथित , ( जमशेदपुर , झारखंड )

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