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भगत सिंह
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“यदि बहरों को सुनाना है तो आवाज़ को बहुत जोरदार होना होगा”

“…व्यक्तियो को कुचल कर , वे विचारों को नहीं मार सकते।”

“निष्ठुर आलोचना और स्वतंत्र विचार ये क्रांतिकारी सोच के दो अहम् लक्षण हैं।”

“महान साम्राज्य ध्वंस हो जाते हैं पर विचार जिंदा रहते हैं।”

Tuesday, January 26, 2021

समाचार : गणतंत्र दिवस का भव्य आयोजन जमशेदपुर 26 जनवरी सिंहभूम जिला भोजपुरी साहित्य परिषद द्वारा 72 वा गणतंत्र दिवस परिषद प्रांगण में संस्था के अध्यक्ष अरविंद विद्रोही द्वारा झंडोत्तोलनकर किया गया।


गणतंत्र दिवस का भव्य आयोजन जमशेदपुर 26 जनवरी सिंहभूम जिला भोजपुरी साहित्य परिषद द्वारा 72 वा गणतंत्र दिवस परिषद प्रांगण में संस्था के अध्यक्ष अरविंद विद्रोही द्वारा झंडोत्तोलनकर किया गया। इस अवसर पर शहर के लेखक कवि और आम नागरिक काफी संख्या में उपस्थित थे।

                   अपने संबोधन में श्री विद्रोही ने गणतंत्र दिवस के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हजारों हजार शहीदों के बलिदान के बाद गुलामी से देश मुक्त हुआ और लाल किले पर गुलामी का प्रतीक यूनियन जैक की छाती पर तिरंगा झंडा ने अपना कब्जा किया। तथा भारतीय संविधान का निर्माण किया गया। हमारा संविधान देश की प्रगति का दिशा प्रदान करता है। देश के हर नागरिक का कर्तव्य बनता है कि   संविधान  की   रक्षा   के  लिए तन मन धन से इसकी हिफाजत करें।  आज   के  दिन  हम  यह  भी विवेचन करते हैं देश कितना आगे बढ़ा और फिर से आगे की गति इसकी क्या होगी।

                   इस अवसर पर संविधान  को  समर्पित  कवियों ने अपनी   कविताओं का   पाठ किया। देश भक्ति से ओतप्रोत कविताओं का पाठ  कवियों द्वारा किया गया।जिन मे   प्रमुख नाम है  ..नवीन  अग्रवाल  सरोज   कुमार  सिंह   मधुप    अशोक      शुभ दर्शी

     सरदार बलविंदर सिंह हरिहर राय  चौहान   रमेश हंसमुख डी सी पांडे सुभाष चंद्र झा अनिरुद्ध त्रिपाठी अशेष अरविंद विद्रोही कवि     सम्मेलन  का संचालन नवीन अग्रवाल ने किया तथा.  सरोज    कुमार  सिंह  मधुप  ने  धन्यवाद  ज्ञापन किया किया।  संपूर्ण आयोजन का आभार धनंजय सिंह और मसूद खान को दिया गया था।

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