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भगत सिंह
भगत सिंह
भगत सिंह
भगत सिंह

“यदि बहरों को सुनाना है तो आवाज़ को बहुत जोरदार होना होगा”

“…व्यक्तियो को कुचल कर , वे विचारों को नहीं मार सकते।”

“निष्ठुर आलोचना और स्वतंत्र विचार ये क्रांतिकारी सोच के दो अहम् लक्षण हैं।”

“महान साम्राज्य ध्वंस हो जाते हैं पर विचार जिंदा रहते हैं।”

Wednesday, February 27, 2019

श्यामल सुमन

श्यामल सुमन

श्यामल सुमन

नाम
श्यामल किशोर झा ( लेखकीय नाम :  श्यामल सुमन )
जन्म
10.01.1960 
जन्म स्थान
चैनपुरजिला सहरसाबिहारभारत
माता
स्व मनोरमा देवी 
पिता
स्व भृगुदेव झा - ज्योतिषाचार्य (लब्ध स्वर्ण पदक)
शिक्षा
एम० ए० – अर्थशास्त्र,  विद्युत अभियंत्रण में डिप्लोमा
कार्यरत
प्रशासनिक पदाधिकारी टाटा स्टीलजमशेदपुरझारखण्डभारत
प्रकाशन
  • अंतरजाल पत्रिका "अनुभूति,हिन्दी नेस्टसाहित्य कुञ्जसाहित्य शिल्पीप्रवासी दुनियाप्रवक्तागर्भनालकृत्यालेखनीआखर कलश आदि मे अनेकानेक  रचनाएँ प्रकाशित
  • गीत ग़ज़ल संकलन "रेत में जगती नदी" - (जिसमे मुख्यतया मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं पर आधारित रचनाएँ हैंप्रकाशक - कला मंदिर प्रकाशन दिल्ली 
  • "संवेदना के स्वर" - कला मंदिर प्रकाशन में प्रकाशनार्थ 
  • "अप्पन माटि" - मैथिली गीत ग़ज़ल संग्रह - प्रकाशन हेतु प्रेस में जाने को तैयार  
  • देश के लगभग सभी स्तरीय पत्र पत्रिकाओं में गीत, गजल, आलेख, समीक्षा और हास्य व्यंग्य की रचनाएं प्रकाशित 
सम्मान
  • पूर्व प्रधानमंत्री माननीय अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा प्रेषित प्रशंसा पत्र -२००२
  • साहित्य-सेवी सम्मान - २०११ - सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मलेन 
  • मैथिल प्रवाहिका छतीसगढ़ द्वारा - मिथिला गौरव सम्मान २०१२ 
  • नेपाल के उप प्रधान मंत्री द्वारा विराट नगर मे मैथिली साहित्य सम्मान - जनवरी २०१३
  • अन्तरराष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन संयुक्त अरब अमीरात में "सृजन श्रीसम्मान - फरवरी २०१३
विधा
गीत ग़ज़ल
 विशेष रूचि
इस प्रतियोगी युग में जीने के लिए लगातार कार्यरत एक जीवित-यंत्रजिसे सामान्य भाषा में आदमी कहा जाता है और जो इसी आपाधापी से कुछ वक्त चुराकर अपने भोगे हुए यथार्थ की अनुभूतियों को समेटशब्द-ब्रह्म की उपासना में विनम्रता से तल्लीन है - बस इतना ही।

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