वतन के काम जो आये
जवानी ऐसी हीं देना
रगों में बिजलियाँ दौड़े
कहानी ऐसी हीं देना
मेरे अल्लाह मेरे भगवन
मेरे मौला,मेरे मालिक
तिरंगा लिपटकर इतराये
कुरबानी ऐसी हीं देना......
कुमार बसन्त
जवानी ऐसी हीं देना
रगों में बिजलियाँ दौड़े
कहानी ऐसी हीं देना
मेरे अल्लाह मेरे भगवन
मेरे मौला,मेरे मालिक
तिरंगा लिपटकर इतराये
कुरबानी ऐसी हीं देना......
कुमार बसन्त
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